महाकुंभ में सबसे उम्रदराज संत


महाकुंभ में 125 वर्ष की आयु के स्वामी शिवानंद, जो पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित हैं, अपने तप, साधना और ज्ञान से श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दे रहे हैं। स्वामी शिवानंद का आश्रम काशी के कबीर नगर में स्थित है और वह पिछले 100 वर्षों से कुम्भ और अर्द्धकुम्भ में भाग लेते आ रहे हैं।

रिपोर्ट  - allnewsbharat.com

महाकुंभ में 125 वर्ष की आयु के स्वामी शिवानंद, जो पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित हैं, अपने तप, साधना और ज्ञान से श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दे रहे हैं। स्वामी शिवानंद का आश्रम काशी के कबीर नगर में स्थित है और वह पिछले 100 वर्षों से कुम्भ और अर्द्धकुम्भ में भाग लेते आ रहे हैं। उनकी दिनचर्या में प्रात: 3 बजे उठकर योग, जप और पाठ करना शामिल है, और वे केवल उबली हुई सब्जी, दाल-चावल, रोटी ही खाते हैं।और जहां कहीं जाते हैं उनका रसोइयां साथ ही चलता है। चार साल की उम्र में संत ओमकारानंद गोस्वामी का सानिध्य मिला गया। जब वह मात्र छह साल के ही थे तो माता-पिता और बहन का साया उठ गया।

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