महाकुम्भ के पावन अवसर पर परमार्थ निकेतन शिविर, परमार्थ त्रिवेणी पुष्प, प्रयागराज में आयोजित धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यावरण को समर्पित आयोजनों के माध्यम से श्रद्धालुओं को एक नई आध्यात्मिक दिशा प्राप्त हो रही है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
प्रयागराज, 25 जनवरी 2025। महाकुम्भ के पावन अवसर पर परमार्थ निकेतन शिविर, परमार्थ त्रिवेणी पुष्प, प्रयागराज में आयोजित धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यावरण को समर्पित आयोजनों के माध्यम से श्रद्धालुओं को एक नई आध्यात्मिक दिशा प्राप्त हो रही है। राष्ट्रसंत, मानस कथा, मर्मज्ञ पूज्य बापू के श्रीमुख से उनकी दिव्य वाणी में शांति, समृद्धि और संतुलित जीवन का मार्ग दिखाने वाली दिव्य श्रीराम कथा अमृत सभी को प्राप्त हो रहा है। आज की मानस कथा में परमार्थ निकेेतन के अध्यक्ष, स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी, श्री देवकीनन्दन ठाकुर जी, स्वामी संतोषदास जी (सतुआ बाबा), डा. साध्वी भगवती सरस्वती जी और अन्य पूज्य संतों का पावन सान्निध्य प्राप्त हुआ। आज मतदान दिवस के अवसर पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने महाकुम्भ की धरती से देशवासियों का आह्वान करते हुये कहा कि मतदान, महादान! अपने मताधिकार का सही उपयोग करें। “हमारा राष्ट्र तभी समृद्ध होगा जब हम सब मिलकर राष्ट्रहित में मतदान करें। यह हमारा पवित्र कर्तव्य है और हमारी सहभागिता से ही लोकतंत्र को मजबूती मिलती है। वोट देना हमारे धर्म और कर्तव्य का महत्वपूर्ण अंग है।” स्वामी जी ने कहा कि प्रत्येक नागरिक का मतदान देश की समृद्धि, शांति और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है, इसलिए यह सुनिश्चित करना चाहिए। आज पर्यटन दिवस के अवसर पर स्वामी जी ने कहा कि भारत सिर्फ पर्यटन का केंद्र नहीं, बल्कि तीर्थाटन का भी प्रमुख केंद्र है। भारत का प्रत्येक कंकर- कंकर, हर घाट, हर मंदिर और हर स्थान तीर्थ स्थल है, जो न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यहाँ की सांस्कृतिक धरोहर भी विश्वभर में प्रसिद्ध है।