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साधु संन्यासियों को समाज के जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए:महंत रवींद्र पुरी


मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं श्री निरंजनी पंचायती अखाड़े के सचिव महन्त रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि साधु संन्यासियों को समाज के जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए और समाज के कमजोर वर्गों को आगे बढ़ाने के लिए संत समाज को आगे आना चाहिए।

रिपोर्ट  - à¤°à¤¾à¤®à¥‡à¤¶à¥à¤µà¤° गौड़

हरिद्वार 11 सितंबरग। श्री मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं श्री निरंजनी पंचायती अखाड़े के सचिव महन्त रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि साधु संन्यासियों को समाज के जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए और समाज के कमजोर वर्गों को आगे बढ़ाने के लिए संत समाज को आगे आना चाहिए। आज शिवालिक नगर में एक होटल में स्वामी विवेकानंद विचार मंच द्वारा स्वामी विवेकानंद के शिकागो उद्बोधन की 125 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि संतों का शरीर परमार्थ के लिए होता है। संतो ने हमेशा समाज को जागृत कर सामाजिक क्रांतियां की है। महंत रवींद्र पुरी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में संतो ने अहम कार्य किए हैं । निरंजनी अखाड़ा समेत कई साधु संतों की संस्थाओं ने बड़े-बड़े महाविद्यालय ,विद्यालय स्थापित किए हैं और संस्कृत भाषा को आगे बढ़ाने में साधु संतों का अहम योगदान है।उन्होंने स्वामी विवेकानंद को महान संत बताते हुए कहा कि विवेकानंद जी ने नर सेवा नारायण सेवा को सबसे बड़ी पूजा बताया। स्वामी विवेकानंद महामानव थे । उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में अपने ऐतिहासिक उद्बोधन से सारी दुनिया को हिला दिया और भारतीय संस्कृति का पूरे विश्व में परचम फहराया। इस अवसर पर महंत रवींद्र पुरी ने वनवासियों से जुड़ी संस्था को वनवासी छात्र-छात्राओं के लिए 6 कंप्यूटर ₹5000 नगद धनराशि और खाद्य सामग्री मनसा देवी ट्रस्ट की ओर से भेंट की। इस अवसर पर मनसा देवी ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी पंडित प्रदीप शर्मा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने मानव सेवा को सबसे बड़ा धर्म बताया था । उसी दिशा में मनसा देवी ट्रस्ट और श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा कार्य कर रहा है ।उन्होंने कहा कि वनवासी हमारे भाई बंधु हैं ।उन्हें शिक्षित कर हम समृद्ध और शिक्षित भारत का निर्माण कर सकते हैं। स्वामी विवेकानंद विचार मंच के अध्यक्ष एके गुप्ता ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने पूरी दुनिया को नई राह दिखाई । संस्था के महासचिव जेसी क्वात्रा ने कहा कि स्वामी विवेकानंद युगपुरुष थे। उनके विचार हर युग में प्रासंगिक रहेंगे । इस अवसर पर वनवासी कल्याण आश्रम के प्रतिनिधि डालचंद ने मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महन्त रविंद्र पुरी और मुख्य ट्रस्टी पंडित प्रदीप शर्मा का आभार जताते हुए कहा कि संस्था को ट्रस्ट ने जो सहयोग दिया है ।उससे संस्था के पदाधिकारियों का मनोबल बढ़ा है और संस्था ट्रस्ट का आभार व्यक्त करती है। मनसा देवी ट्रस्ट की ओर से वनवासी कल्याण आश्रम संस्था को 6 कंप्यूटर, ₹5000 नगद धनराशि और खाद्य सामग्री प्रदान की गई । कार्यक्रम का संचालन शिक्षाविद् डॉक्टर डॉक्टर नरेश मोहन ने किया। इस अवसर पर संजीव गुप्ता, विकास गर्ग, ए एस भाटी, डॉ राधिका नागरथ, अनिल कुमार गुप्ता ,उपेंद्र शर्मा, एके माथुर, एससी भनोट ,हरीश रस्तोगी ,गुरप्रीत सिंह ,एके शांडिल्य ,अनिल रस्तोगी आदि मौजूद थे । इस अवसर पर स्वामी विवेकानंद विचार मंच की ओर से महन्त रविंद्र सिंह पुरी महाराज को शॉल, रुद्राक्ष की माला और स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा भेंट कर सम्मानित किया गया।

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