जय मां आशà¥à¤°à¤® के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· म.म.सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ महादेव महाराज ने कहा कि बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ म.म.डा.सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज महान संत व पà¥à¤£à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ थे। शà¥à¤°à¥€ गरीबदासीय आशà¥à¤°à¤® में बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¸à¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ महादेव महाराज ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज गरीबदासीय साधॠसंपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ ही नहीं अपितॠसंपूरà¥à¤£ संत समाज के मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤• थे।
रिपोर्ट -
बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ पà¥à¤£à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ थे-सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ महादेव महाराज हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 2 अगसà¥à¤¤à¥¤ जय मां आशà¥à¤°à¤® के संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· म.म.सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ महादेव महाराज ने कहा कि बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ म.म.डा.सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज महान संत व पà¥à¤£à¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¾ थे। शà¥à¤°à¥€ गरीबदासीय आशà¥à¤°à¤® में बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¸à¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ महादेव महाराज ने कहा कि सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज गरीबदासीय साधॠसंपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ ही नहीं अपितॠसंपूरà¥à¤£ संत समाज के मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤• थे। गौ व गंगा के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ उनका समरà¥à¤ªà¤£ à¤à¤µà¤‚ धरà¥à¤® के संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ à¤à¤µà¤‚ संरकà¥à¤·à¤£ में उनके अहम योगदान को सदैव रखा जाà¤à¤—ा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि महापà¥à¤°à¥‚ष केवल शरीर तà¥à¤¯à¤—ाते हैं। उनकी आतà¥à¤®à¤¾ समाज कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ के लिठसदैव वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• रूप से उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहती है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि डा.सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज कà¥à¤¶à¤² वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ के धनी à¤à¤µà¤‚ ओजसà¥à¤µà¥€ वकà¥à¤¤à¤¾ थे। उनके बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ होने से आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• जगत को अपूरà¥à¤£à¥€à¤¯ कà¥à¤·à¤¤à¤¿ हà¥à¤ˆ है। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ हरिहरानंद महाराज ने कहा कि गà¥à¤°à¥‚ ही परमातà¥à¤®à¤¾ का दूसरा सà¥à¤µà¤°à¥‚प हैं। गà¥à¤°à¥‚ की कमी को जीवन में कà¤à¥€ पूरा नहीं किया जा सकता। पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥‚देव ने गंगा तट से सेवा के जो पà¥à¤°à¤•à¤²à¥à¤ª पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ किठथे। उनमें निरंतर बà¥à¥‹à¤¤à¤°à¥€ कर आशà¥à¤°à¤® के सामाजिक सेवा पà¥à¤°à¤•à¤²à¥à¤ªà¥‹à¤‚ को जारी रखा जाà¤à¤—ा। पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥‚देव को संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ से विशेष लगाव था। संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ शिकà¥à¤·à¤¾ को बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देने की पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥‚देव की कामना को पूरा करते हà¥à¤ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ के पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° में योगदान किया जाà¤à¤—ा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ रविदेव शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ व सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ दिनेश दास महाराज ने कहा कि पूजà¥à¤¯ गà¥à¤°à¥‚देव बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने सदैव ही संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ à¤à¤µ सनातन संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के संरकà¥à¤·à¤£ à¤à¤µà¤‚ संवरà¥à¤¦à¥à¤§à¤¨ करने में अपना विशेष योगदान दिया। उनके पदचिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ पर चलते हà¥à¤ आशà¥à¤°à¤® की परंपराओं को आगे बà¥à¤¾à¤¯à¤¾ जाà¤à¤—ा। सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ महिमाननà¥à¤¦, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¾à¤¨à¤¨à¥à¤¦, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ केशवाननà¥à¤¦, म.म.सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ परमातà¥à¤®à¤¦à¥‡à¤µ, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ अयोधà¥à¤¯à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯, महंत शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤ªà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ सà¥à¤°à¥‡à¤¶ मà¥à¤¨à¤¿, संजय वरà¥à¤®à¤¾, महंत कमलदास, सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ गंगादास उदासीन, महंत विषà¥à¤£à¥à¤¦à¤¾à¤¸, संत जगजीत सिंह, संत मंजीत सिंह, महंत जसविनà¥à¤¦à¤° सिंह, महंत मोहन सिंह, महंत तीरथ सिंह, महंत पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¦à¤¾à¤¸ आदि संतों ने à¤à¥€ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¸à¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ किà¤à¥¤ इसके पूरà¥à¤µ बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ म.म.डा.सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¸à¥à¤‚दरदास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज की असà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ विधि विधान पूरà¥à¤µ कनखल सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ सतीघाट पर गंगा में विसरà¥à¤œà¤¿à¤¤ की गयी।