आज सावन का चैथा और अंतिम सोमवार है. इस कारण दकà¥à¤· पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ सहित सà¤à¥€ शिव मंदिर में à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की à¤à¤¾à¤°à¥€ à¤à¥€à¥œ है. à¤à¤—वान शिव की कृपा पाने के लिठयह सोमवार सबसे शà¥à¤ फलदायी है.
रिपोर्ट -
आज सावन का चैथा और अंतिम सोमवार है. इस कारण दकà¥à¤· पà¥à¤°à¤œà¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ सहित सà¤à¥€ शिव मंदिर में à¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ की à¤à¤¾à¤°à¥€ à¤à¥€à¥œ है. à¤à¤—वान शिव की कृपा पाने के लिठयह सोमवार सबसे शà¥à¤ फलदायी है. जà¥à¤¯à¥‡à¤·à¥à¤ ा नकà¥à¤·à¤¤à¥à¤° में à¤à¤—वान शिव की पूजा करने से हर शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤²à¥‚ को इसका लाठजरूर मिलता है. धन और संतान की इचà¥à¤›à¤¾ रखने वाले लोग इस दिन à¤à¤—वान शिव का अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• करना न à¤à¥‚लें. सावन का आखिरी सोमवार का महतà¥à¤µ पà¥à¤°à¤¦à¥‹à¤· वà¥à¤°à¤¤ होने के कारण और à¤à¥€ बॠगया है. सावन के सोमवार की à¤à¤¾à¤‚ति ही पà¥à¤°à¤¦à¥‹à¤· वà¥à¤°à¤¤ में à¤à¤—वान शिव की ही पूजा की जाती है यह पूजा à¤à¥€ शाम को की जाती है पà¥à¤°à¤¦à¥‹à¤· वà¥à¤°à¤¤ हर महीने की तà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤¦à¤¶à¥€ तिथि के दिन किया जाता है. इसे शà¥à¤•à¥à¤² और कृषà¥à¤£ दोनों ही पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ की तà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤¦à¤¶à¥€ के दिन किया जाता है इसलिठइसे तेरस à¤à¥€ कहा जाता है। पà¥à¤°à¤¦à¥‹à¤· वà¥à¤°à¤¤ की महिमा शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‹à¤· वà¥à¤°à¤¤ को रखने से दो गायों को दान देने के समान पà¥à¤¨à¥à¤¯ फल पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होता है. पà¥à¤°à¤¦à¥‹à¤· वà¥à¤°à¤¤ को लेकर à¤à¤• पौराणिक में कहा गया है शà¥à¤à¤• दिन जब चारों और अधरà¥à¤® की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ होगी, अनà¥à¤¯à¤¾à¤¯ और अनाचार का à¤à¤•à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤¾à¤° होगा, मनà¥à¤·à¥à¤¯ में सà¥à¤µà¤¾à¤°à¥à¤¥ à¤à¤¾à¤µ अधिक होगी. वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ सतà¥à¤•à¤°à¥à¤® करने के सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पर नीच कारà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को अधिक करेगा. उस समय में जो वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ तà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤¦à¤¶à¥€ का वà¥à¤°à¤¤ रख, शिव आराधना करेगा, उस पर शिव कृà¥à¤ªà¤¾ होगी. इस वà¥à¤°à¤¤ को रखने वाला वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ जनà¥à¤®- जनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤° के फेरों से निकल कर मोकà¥à¤· मारà¥à¤— पर आगे बढता है. उसे उतम लोक की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ होती है.