मिस्सरपुर शमशानभूमि पर दबंगों द्वारा अवैध कब्जा कर निर्माण कराने से क्षेत्र के ग्रामीणों में रोष व्याप्त, प्रशासन से की जांच की मांग।


भू माफियाओं द्वारा अवैध भूमियों पर कब्जा कर निर्माण कराने के मामले की जांच को लेकर उत्तराखंड डीजीपी के ऐलान के बाद जहां भू माफियाओं में खलबली मची हुई है। वही कनखल क्षेत्रांतर्गत ग्राम मिस्सरपुर/जमलापुर कलां स्थित श्मसान घाट की जमीन पर भूमाफिया द्वारा किए गए अवैध कब्जे का मामला प्रकाश में आया है।

रिपोर्ट  - à¤µà¤¿à¤•à¤¾à¤¸ शर्मा

हरिद्वार 6 अगस्त (विकास शर्मा) भू माफियाओं द्वारा अवैध भूमियों पर कब्जा कर निर्माण कराने के मामले की जांच को लेकर उत्तराखंड डीजीपी के ऐलान के बाद जहां भू माफियाओं में खलबली मची हुई है। वही कनखल क्षेत्रांतर्गत ग्राम मिस्सरपुर/जमलापुर कलां स्थित श्मसान घाट की जमीन पर भूमाफिया द्वारा किए गए अवैध कब्जे का मामला प्रकाश में आया है। जहां अवैध कब्जाधारी ने शमशान की भूमि पर न सिर्फ कब्जा ही नहीं किया बल्कि शमशान भूमि पर दुकानों का निर्माण भी अवैध तरीके से करा दिया हैं। राजस्व अभिलेखों में दर्ज शमशान के रूप में अंकित भूमि पर इन दिनों कनखल के एक किराना व्यापारी अपनी बताकर जमीन बेचने के प्रयास में हैं। संबंधित विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से किराना व्यापारी ने शमशान के रूप में दर्ज खसरे में अपना नाम दाखिल करा लिया हैं। जबकि जमालपुर कलां स्थित भूमि श्रेणी 6(3 ) में शमशान (मरघट) में दर्ज हैं। फसली वर्ष 1396 से 1402 फसली अनुसार इस श्रेणी की भूमि कब्रिस्तान या शमशान(मरघट) वाली भूमि होती हैं जो आबादी में स्थित होती हैं। शमशान की जीमन कब्जामुक्त किए जाने के लिए ग्रामीणों ने आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग उठाई हैं। ग्रामीणों का कहना हैं कि जल्द ही मामले में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा जाएगा। क्षेत्र के लोगों ने लोगों की जानकारी के लिए शमशान घाट भूमि स्थल पर किए गए निर्माण पर शमशान घाट मिस्सपुर लिखवा दिया हैं साथ ही मौके पर एक सीसीटीवी कैमरा भी भूमि निगरानी के लिए लगाया गया हैं। दबंगों द्वारा कब्जा व शमशान भूमि खरीद-फरोख्त किए जाने के मामले में ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि सरकारी राजस्व के अभिलेखों में गांव का मरघट मृत शवों का दाह संस्कार किए जाने के लिए दर्ज चला आ रहा है। इसके बावजूद दबंगों ने इन स्थलों पर निर्माण करवा लिया है और अब शमशान की जमीन को कनखल का किराना व्यापारी बेचने के प्रयास में हैं। उनका कहना हैं कि मामले कि जानकारी के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश है। यदि जमीन पर कब्जा हुआ तो अंतिम संस्कार जैसी तमाम समस्याएं उत्पन्न हो जाएंगी। ग्रामीणों ने प्रशासन से शीघ्र ही हस्तक्षेप कर भूमि को कब्जा मुक्त कराने की मांग की है।

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