केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने महाकुंभ 2025 में शामिल न होने पर राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कुछ नेता हिंदू वोट तो चाहते हैं, लेकिन महाकुंभ से दूरी बनाते हैं।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने महाकुंभ 2025 में शामिल न होने पर राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कुछ नेता हिंदू वोट तो चाहते हैं, लेकिन महाकुंभ से दूरी बनाते हैं। अठावले के अनुसार, राहुल गांधी ने इसे हिंदुओं का नहीं, बल्कि पीएम मोदी और सीएम योगी का कुंभ समझा, इसलिए वे नहीं गए। वहीं, उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे बाला साहेब के सच्चे उत्तराधिकारी नहीं हैं। अठावले ने दावा किया कि आने वाले चुनावों में जनता इन नेताओं को कड़ा सबक सिखाएगी। तमिलनाडु में हिंदी भाषा के विरोध पर रामदास अठावले ने कहा कि हिंदी देश की राष्ट्रीय भाषा है, क्योंकि इसे सबसे ज्यादा लोग बोलते हैं। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु और केरल में हिंदी बोलने वालों की संख्या कम है, लेकिन भाषा का विरोध करना सही नहीं है। उन्होंने तमिल भाषी लोगों से अपील की कि अगर वे हिंदी नहीं बोलना चाहते तो मजबूरी नहीं है, लेकिन विरोध भी न करें।