सात अखाड़ों ने मिलकर महानिरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अखाड़े के सचिव महंत रविनà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज को अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· तथा शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च निरà¥à¤®à¥‹à¤¹à¥€ अनी अखाड़े के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त राजेंदà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¸ महाराज को महामंतà¥à¤°à¥€ चà¥à¤¨ लिया है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिदà¥à¤µà¤¾à¤°, 21 अकà¥à¤Ÿà¥‚बर। सात अखाड़ों ने मिलकर महानिरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अखाड़े के सचिव महंत रविनà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज को अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· तथा शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च निरà¥à¤®à¥‹à¤¹à¥€ अनी अखाड़े के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त राजेंदà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¸ महाराज को महामंतà¥à¤°à¥€ चà¥à¤¨ लिया है। इसके अलावा शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त दामोदर महाराज को उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·, शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा निरà¥à¤®à¤² के कोठारी महंत जसविनà¥à¤¦à¤° सिंह शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ को कोषाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·, शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च दिंगबर अनी अखाड़े के शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त रामकिशोर दास महाराज को मंतà¥à¤°à¥€, शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च निरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अनी अखाड़े के शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त गौरीशकर दास महाराज को पà¥à¤°à¤µà¤•à¥à¤¤à¤¾, शà¥à¤°à¥€à¤ªà¤‚च निरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अनी अखाड़े के शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त धरà¥à¤®à¤¦à¤¾à¤¸ महाराज व शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन के शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त महेशà¥à¤µà¤°à¤¦à¤¾à¤¸ महाराज को संरकà¥à¤·à¤• बनाया गया है। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त नरेंदà¥à¤° गिरि महाराज की पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤—राज में मौत के बाद अखाड़ा परिषद के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· का पद रिकà¥à¤¤ हो गया था। सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚, वैषà¥à¤£à¤µ, निरà¥à¤®à¤² व उदासीन संपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ के 7 अखाड़ों ने मिलकर नठअधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· और महामंतà¥à¤°à¥€ समेत कई पदाधिकारियों का चà¥à¤¨à¤¾à¤µ कर लिया। बृहषà¥à¤ªà¤¤à¤¿à¤µà¤¾à¤° को कनखल सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ महानिरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€ अखाड़े में अखाड़ा परिषद पदाधिकारियों की घोषणा में सात अखाड़ों को छोड़कर अनà¥à¤¯ कोई अखाड़ा समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ नहीं हà¥à¤†à¥¤ अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा परिषद के नवनियà¥à¤•à¥à¤¤ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महंत रवींदà¥à¤° पà¥à¤°à¥€ महाराज ने पूरà¥à¤µ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤²à¥€à¤¨ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त नरेंदà¥à¤° गिरी महाराज को शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤¸à¥à¤®à¤¨ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ कहा कि अखाड़ा परिषद के कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¤• अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· देवेंदà¥à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ महाराज की अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ में हà¥à¤ˆ बैठक में लोकतांतà¥à¤°à¤¿à¤¤ सरà¥à¤µà¤¸à¤®à¥à¤®à¤¤à¤¿ से चà¥à¤¨à¤¾à¤µ किया गया। सà¤à¥€ संत महापà¥à¤°à¥‚ष मिलकर राषà¥à¤Ÿà¥à¤° और धरà¥à¤® रकà¥à¤·à¤¾ के लिठकारà¥à¤¯ करेंगे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि सà¤à¥€ अखाड़ों के संत महापà¥à¤°à¥‚ष उनके लिठपूजà¥à¤¯à¤¨à¥€à¤¯ हैं। परंपराà¤à¤‚ हमेशा बदलती रहती हैं। पिछले तेरह सालों से परंपरा रही है कि अखाड़ा परिषद के सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š दों पदों में à¤à¤• सनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ और à¤à¤• बैरागी अखाड़ों के पास रहता है। लोकतंतà¥à¤° महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है और लोकतंतà¥à¤° में बहà¥à¤®à¤¤ का महतà¥à¤µ है। बैठक में महानिरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€, अटल, निरà¥à¤®à¤², शà¥à¤°à¥€ पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन, निरà¥à¤®à¥‹à¤¹à¥€, निरà¥à¤µà¤¾à¤£à¥€, दिंगबर, सहित सात अखाड़ों ने बहà¥à¤®à¤¤ से अखाड़ा परिषद पदाधिकारियों का चà¥à¤¨à¤¾à¤µ किया है। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त नरेंदà¥à¤° गिरी महाराज को à¤à¥€ बहà¥à¤®à¤¤ के आधार पर ही परिषद का अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· चà¥à¤¨à¤¾ गया था। नवनिरà¥à¤µà¤¾à¤šà¤¿à¤¤ सà¤à¥€ पदाधिकारी सà¤à¥€ अखाड़ों से वारà¥à¤¤à¤¾ करेंगे और पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करेंगे सà¤à¥€ à¤à¤• साथ मिलकर चलें। अखाड़ा परिषद के नवनियà¥à¤•à¥à¤¤ महामंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त राजेंदà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¸ महाराज ने कहा कि सà¤à¥€ अखाड़ों को साथ लेकर राषà¥à¤Ÿà¥à¤° रकà¥à¤·à¤¾, धरà¥à¤® रकà¥à¤·à¤¾ व à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के संरकà¥à¤·à¤£ संवदà¥à¤§à¥à¤°à¥à¤°à¤¨ के दायितà¥à¤µ को पूरà¥à¤£ किया जाà¤à¤—ा। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि देश दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ में सनातन परंपराओं को पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ किया जाà¤à¤—ा। राषà¥à¤Ÿà¥à¤° की à¤à¤•à¤¤à¤¾ अखणà¥à¤¡à¤¤à¤¾ बनाठरखने के लिठसà¤à¥€ धरà¥à¤®à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯à¥‹ को à¤à¤• मंच पर लाया जाà¤à¤—ा। अखाड़ा परिषद के कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¥€ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· देवेंदà¥à¤° शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ ने कहा कि लोकतांतà¥à¤°à¤¿à¤• तरीके से हà¥à¤ˆ बैठक में अखाड़ा परिषद का चà¥à¤¨à¤¾à¤µ हà¥à¤† है। अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·, उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·, महामंतà¥à¤°à¥€ समेत सà¤à¥€ पदाधिकारी बहà¥à¤®à¤¤ से चà¥à¤¨à¥‡ गठहैं। बैठक में 7 अखाड़े उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ रहे। जो अखाड़े बैठक में नहीं आठवे à¤à¥€ जलà¥à¤¦ साथ आ जाà¤à¤‚गे। अटल अखाड़े के शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त सतà¥à¤¯à¤® गिरी महाराज ने सà¤à¥€ संत महापà¥à¤°à¥‚षों का सà¥à¤µà¤¾à¤—त करते हà¥à¤ कहा कि अखिल à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अखाड़ा के नवनिरà¥à¤µà¤¾à¤šà¤¿à¤¤ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· महंत रविनà¥à¤¦à¥à¤°à¤ªà¥à¤°à¥€ महाराज, महामंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त राजेंदà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¸ महाराज व अनà¥à¤¯ सà¤à¥€ पदाधिकारियों के नेतृतà¥à¤µ में पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤—राज, उजà¥à¤œà¥ˆà¤¨ व नासिक में होने वाले कà¥à¤‚ठमेलों को संपनà¥à¤¨ कराया जाà¤à¤—ा। साथ ही हिनà¥à¤¦à¥ समाज को à¤à¤•à¤œà¥à¤Ÿ करने के लिठअà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ चलाया जाà¤à¤—ा। इस अवसर पर बाबा हठयोगी, शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¹à¤‚त धरà¥à¤®à¤¦à¤¾à¤¸, महंत गौरीशंकर दास, महंत रामकिशोर दास शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€, महंत मोहनदास खाकी, महंत ईशà¥à¤µà¤°à¤¦à¤¾à¤¸, महंत शà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¦à¤¾à¤¸, महंत रघà¥à¤µà¥€à¤° दास, महंत गोविंददास, महंत दामोदर दास, नागा महंत सà¥à¤–देव दास, महंत बिहारी शरण, महंत अंकित शरण सहित अखाड़ों के कई संत महंत मौजद रहे।