बद्रीनाथ राष्ट्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग अवरूद्व होने, वाहन दुर्घटना, आग लगने की घटना और भगदड़ जैसी स्थिति से निपटने का मॉक अभ्यास किया गया।
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
चमोली 02 मई,2024, चारधाम यात्रा के दौरान प्राकृतिक आपदा की घटना घटित होने पर त्वरित राहत एवं बचाव कार्याे को अमल में लाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सहयोग एवं उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वाधान में बृहस्पतिवार को जनपद चमोली में मॉक अभ्यास किया गया। जिसमें बद्रीनाथ राष्ट्रीय राष्ट्रीय राजमार्ग अवरूद्व होने, वाहन दुर्घटना, आग लगने की घटना और भगदड़ जैसी स्थिति से निपटने का मॉक अभ्यास किया गया। जिला आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम से गुरूवार को सुबह 10ः07 बजे भारी बारिश के कारण बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बाजपुर में मलवा आने से सड़क बाधित होने की सूचना प्रसारित की गई। सूचना मिलने पर रिस्पांसिबल ऑफिसर विवेक प्रकाश और आईआरएस से जुड़े अधिकारी तत्काल कंट्रोल रूम पहुुंचे। एनएचआईडीसीएल, जल संस्थान, पूर्ति विभाग, पुलिस, तहसील प्रशासन की टीम को घटना स्थल के लिए रवाना किया गया। ट्रैफिक को नंदप्रयाग-कोठियालसैंण मोटर मार्ग से डायवर्ट करते हुए एनएच खोलने का काम शुरू किया गया। प्रशासन द्वारा यात्रियों को सूक्ष्म जलपान एवं पेयजल की व्यवस्था की गई। करीब 40 मिनट में एनएचआईडीसीएल ने बाजपुर में मलवा हटाकर सड़क को यातायात के लिए सुचारू किया गया। दूसरी घटना में सुबह 10.12 बजे गोपेश्वर स्थित प्रसार प्रशिक्षण केंद्र रोली ग्वाड के कार्यालय और हॉस्टल में आग लगने की सूचना प्रसारित की गई तथा भवन में करीब 20 लोगों के फंसे होने की सूचना दी गई। एसडीएम चमोली के नेतृत्व में अग्निशमन, पुलिस, मेडिकल, यूपीसीएल, लोनिवि एवं जल संस्थान विभाग के अधिकारियों टीम संसाधनों के साथ घटना स्थल के लिए रवाना की गई। घटना स्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। प्रसार प्रशिक्षण केंद्र में 04 व्यक्ति थे, जिन्हें सुरक्षित निकाला गया तथा हॉस्टल में घायल दो व्यक्तियों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया। दमकल वाहन की मदद से भवन में लगी आग को बुझाया गया।