गौचर मेला मैदान में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय औद्योगिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन विकास गौचर मेला बहुआयामी अंदाज में देखने को मिलेगा। मेले में उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति की आकर्षक झलक के साथ विविध मनोरंजक कार्यक्रम भी शामिल किए जाएंगे।
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
चमोली 27 अक्टूबर,2024, गौचर मेले की तैयारियों को लेकर हुई अंतिम दौर की बैठक। आगामी 14 नवंबर से गौचर मेला मैदान में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय औद्योगिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन विकास गौचर मेला बहुआयामी अंदाज में देखने को मिलेगा। मेले में उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति की आकर्षक झलक के साथ विविध मनोरंजक कार्यक्रम भी शामिल किए जाएंगे। जिलाधिकारी/मेलाध्यक्ष संदीप तिवारी ने रविवार को कलेक्ट्रेट सभागार में समस्त विभागीय अधिकारियों की बैठक लेते हुए गौचर मेले की सभी तैयारियों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि कार्यक्रमों को अंतिम रूप देकर शीघ्र मेले का ब्राउसर प्रकाशित किया जाए। मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि सहित सभी महानुभावों को समय पर निमंत्रण पत्र भेजे जाए। मेले के दौरान शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था, साफ सफाई, पार्किंग, मूवमेंट प्लान, शुद्ध पेयजल, विद्युत आदि व्यवस्थाओं का पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किया जाए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में वाइव्रेंट विलेज के कार्यक्रम भी शामिल करें। दुकान आवंटन से पूर्व बाहर से आने वाले व्यापारियों का अनिवार्य रूप से सत्यापन करें और दुकानों में अग्नि सुरक्षा व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। मेले में विकास प्रदर्शनी हेतु विभागीय एवं स्वयं सहायता समूहों के स्टॉल और विभिन्न गोष्ठियों के संचालन हेतु समुचित व्यवस्थाएं की जाए। मेले के दौरान सफाई व्यवस्थाओं में लगे पर्यावरण मित्रों को भी सम्मानित किया जाए। इस दौरान जिलाधिकारी ने मेले का मुख्य पंडाल की व्यवस्थाओं, मेले के प्रचार प्रसार के लिए ब्राउज़र, होर्डिंग्स, पम्पलेट, बैनर, पोस्टर प्रकाशित कराने तथा मेले के आयोजन के लिए आवश्यक संसाधन व सामग्री लेने के लिए आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गौचर मेला एक ऐतिहासिक राज्य स्तरीय मेला है। इसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है। कहा कि सभी के सहयोग से मेले को भव्य एवं आकर्षक बनाया जाएगा।