उत्तर भारत में इन दिनों पड़ रही कड़ी ठंड से साधुओं और खुले आसमान के नीचे रहने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इन परिस्थितियों में शांतिकुंज अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी के निर्देश पर व्यवस्थापक योगेन्द्र गिरी के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन टीम ने रात के अंधेरे में सर्वानंद घाट, शिव की पौडी, पावन धाम, खड़खड़ी आदि स्थानों में 1280 जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
हरिद्वार 14 जनवरी। उत्तर भारत में इन दिनों पड़ रही कड़ी ठंड से साधुओं और खुले आसमान के नीचे रहने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इन परिस्थितियों में शांतिकुंज अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी के निर्देश पर व्यवस्थापक योगेन्द्र गिरी के नेतृत्व में आपदा प्रबंधन टीम ने रात के अंधेरे में सर्वानंद घाट, शिव की पौडी, पावन धाम, खड़खड़ी आदि स्थानों में 1280 जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए। यह कंबल विशेष रूप से उन लोगों को दिए गए, जो गंगा तट, पेड़ों और शांतिकुंज फ्लाई ओवर के नीचे रात बिता रहे थे। इनमें से अधिकांश लोग साधु और अन्य जरूरतमंद, जिन्हें ठंड से बचाव के लिए इस राहत सामग्री की आवश्यकता थी। उन्हें ठंड से राहत दिलाने में कारगर साबित हुआ है। शांतिकुंज के इस मानवता भरी पहल के लिए अनेक लोगों ने आभार व्यक्त किया। बता दें कि शांतिकुंज परिवार विगत कई दशकों से प्रत्येक वर्ष हरिद्वार के साधुओं व जरूरतमंदों को ठंड से बचाव के लिए कंबल बाँटते हैं। शांतिकुंज का यह कार्य समाज के प्रति उनकी संवेदनशीलता और दयालुता को दर्शाता है। शांतिकुंज अधिष्ठात्री स्नेहसलिला श्रद्धेया शैलदीदी ने कहा कि गायत्री परिवार अपने आराध्य पूज्य पं. श्रीराम शर्मा आचार्यजी द्वारा बताये गये सूत्र-पीड़ित मानवता की निःस्वार्थ भाव से की गयी सेवा-सहयोग ईश्वर आराधना समान है। इसमें अपनी क्षमतानुसार सेवा कार्य करते रहना चाहिए। शांतिकुंज इस दिशा में अपनी स्थापना काल से ही जरूरतमंदों की सेवा-सुश्रुषा करता आ रहा है। कंबल वितरित करने गयी टीम में इंद्रजीत सिंह, रामदास रघुवंशी, संजय, कृष्णा अमृते, अरुण, आलोक, दुर्गा आदि शामिल रहे।