इंफोसिस के नारायणमूर्ति ने युवाओं को 70 घंटे काम करने की सलाह दी, जबकि लार्सन एंड टूब्रो के एसएन सुब्रमण्यम ने भी इसी विचार को साझा किया। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के अनुसार, भारत में औसतन 46.7 घंटे प्रति सप्ताह काम किया जाता है, जो दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा है। इस पर युवा नेताओं और उद्योगपतियों के बीच काम के घंटे बढ़ाने की बात को लेकर विवाद गहराया है।
रिपोर्ट - allnewsbharat.com
भारत में काम के घंटों पर जारी बहस में बड़े उद्योगपतियों के बयानों ने तूल पकड़ा है। इंफोसिस के नारायणमूर्ति ने युवाओं को 70 घंटे काम करने की सलाह दी, जबकि लार्सन एंड टूब्रो के एसएन सुब्रमण्यम ने भी इसी विचार को साझा किया। अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के अनुसार, भारत में औसतन 46.7 घंटे प्रति सप्ताह काम किया जाता है, जो दक्षिण एशिया में सबसे ज्यादा है। इस पर युवा नेताओं और उद्योगपतियों के बीच काम के घंटे बढ़ाने की बात को लेकर विवाद गहराया है।