उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन के उपाध्यक्ष विनय रुहेला ने जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने आपदा राहत इंतजामों पर विस्तार से चर्चा करते हुए पिछले वर्ष की कमियों में सुधार लाने पर जोर दिया।
रिपोर्ट - अंजना भट्ट घिल्डियाल
टिहरी: उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन के उपाध्यक्ष विनय रुहेला ने जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने आपदा राहत इंतजामों पर विस्तार से चर्चा करते हुए पिछले वर्ष की कमियों में सुधार लाने पर जोर दिया। बैठक के मुख्य बिंदु: तैयारी पर जोर: उपाध्यक्ष ने कहा कि आपदा से पूर्व तैयारी ही हमारी सजगता का परिचय है। जनप्रतिनिधियों का सहयोग: आपदा राहत कार्यों में जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेकर कार्य करने से सुविधा और पारदर्शिता बनी रहती है। समस्या का जमीनी समाधान: किसी भी शिकायत पर पत्र व्यवहार ही समाधान नहीं है, बल्कि जमीनी स्तर पर भी समस्या का समाधान होना चाहिए। नियमित समीक्षा: प्रत्येक अधिकारी अपने अधीनस्थ कार्मिकों के कार्यों की स्वयं समीक्षा करें और जन संवाद करें। आपदा राहत कार्य: जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि पिछले वर्ष आपदा में 8 लोगों की मृत्यु हुई, जिन्हें मुआवजा दिया गया। पशु हानि, क्षतिग्रस्त भवनों, कृषि भूमि सहित सभी प्रकार के नुकसान का मुआवजा वितरण किया गया। विस्थापन और पुनर्निर्माण: भिलंगना और बालगंगा क्षेत्र के 200 परिवारों का विस्थापन किया गया है। आपदाग्रस्त क्षेत्र में बिजली पानी की वैकल्पिक व्यवस्था की गई और अब पक्के निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। विभागीय समीक्षा: उपाध्यक्ष ने विभागवार कार्यों की समीक्षा की। सड़क निर्माण में डंपिंग जोन पर ही मलबा डालने, क्षतिग्रस्त स्कूलों में विद्युत, पानी, पंखे की व्यवस्था करने, राशन की गुणवत्ता जांचने, पशु हानि और गौशाला की आर्थिक सहायता की स्थिति जानने के निर्देश दिए। बीआरओ अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी: उपाध्यक्ष ने बीआरओ के उच्च अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जताई और सड़क से मलबा हटाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी की सराहना: उपाध्यक्ष ने जिलाधिकारी के कार्यों की सराहना की और आपदा राहत एवं पुनर्वास संबंधी बेहतर कार्य करने पर बधाई दी। उपस्थित गण: बैठक में विधायक टिहरी किशोर उपाध्याय, भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश नौटियाल, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद नई टिहरी मोहन सिंह रावत, ब्लाक प्रमुख/प्रशासक जाखणीधार सुनीता देवी, अपर जिलाधिकारी अरविन्द कुमार पाण्डेय, पीडी डीआरडीए पीएस चौहान, मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल, ईई जल संस्थान प्रशान्त भारद्वाज, ईई जल निगम के एन सेमवाल, ईई लोनिवि जे एस खाती, ईई विधुत अमित आनन्द, डीडीएमओ बृजेश भट्ट सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।